21 मार्च तक जनशिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण कर रिपोर्ट देने के आदेश
जिलाधिकारी जेबी सिंह ने जनशिकायतों के निस्तारण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही शुरू कर दी है। रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आईजीआरएस की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को निस्तारित न करने तथा बैठक में कभी न आने के कारण पीओ नेडा को निलम्बित किए जाने हेतु शासन को पत्र भेजने के लिए पीडी डीआरडीए तथा मण्डी सचिव गोण्डा को लापरवाही बरतने के कारण निलम्बित किए जाने हेतु नगर मजिस्ट्रेट को पत्र भेजने हेतु निर्देश दिए हैं। वहीं डिफाल्टर शिकायतों को दो दिन के भीतर निस्तारित कर रिपोर्ट देने के आदेश सभी सम्बन्धित अधिकारियों को दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे 22 मार्च को पुनः आईजीआरएस की समीक्षा करेगे और उस समीक्षा बैठक में डिफाल्टर शिकायतें लम्बित पाए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
जिलाधिकारी जेबी सिंह ने आईजीआरएस व अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा हेतु रविवार को आपात बैठक बुलाई जिसमें पीओ नेडा बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए वहीं मण्डी सचिव गोण्डा भी बिना सूचना अनुपस्थित पाए गए व दोनों अधिकारियों के लाॅगिन पर डिफाल्टर शिकायतें लम्बित पाई गईं। जिलाधिकारी ने दोनों अधिकारियों को निलम्बित करने हेतु शासन को पत्र लिखने के निर्देश दिए हैं। लम्बित शिकायतों को निस्तारित करने हेतु उन्होने 21 मार्च तक की मोहलत दी है। उन्होने चेतावनी दी है कि 22 मार्च को फिर से वे आईजीआरएस की समीक्षा करेगें और उसमें यदि किसी भी अधिकारी के लाॅगिन पर डिफाल्टर शिकायतें पाई गईं तो निश्चित ही सम्बन्धित अधिकारी को दण्डित किया जाएगा। समीक्षा में ज्ञात हुआ कि विभिन्न के स्तर पर 258 शिकायतें समयावधि बीत जाने के बाद तथा 292 शिकायतें समयावधि के अनतर्गत सहित कुल 550 शिकायतें निस्तारण हेतु लम्बित हैं। इसी प्रकार तहसील स्तर एसडीएम तरबगंज के स्तर पर 167, एसडीएम सदर के स्तर पर 176, एसडीएम मनकापुर के स्तर पर 129, एसडीएम करनैलगंज के स्तर पर 49 व तहसीलदार सदर के स्तर पर 64 शिकायतों सहित 630 शिकायतें लम्बित हैं। पंचायतीराज विभाग के स्तर पर 61, जिला विकास अधिकारी के स्तर पर 59, पीडी के स्तर पर 72, सीडीओ के स्तर पर 41, एक्सईएन विद्युत के स्तर पर 42 तथा पुलिस अधीक्षक गोण्डा के स्तर पर 81 शिकायतों सहित 550 शिकायतें लम्बित पाई गईं। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को 21 मार्च तक शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण कर 22 मार्च को मीटिंग में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए है कि जनशिकायतों का निस्तारण समयावधि के भीतर सुनिश्चित करें और यह भी सुनिश्चित करें कि शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण हो।
बैठक में अपर जिलाधिकारी रत्नाकर मिश्र, सिटी मस्ट्रिेट पीडी गुप्ता, एसडीएम करनैलगंज माया शंकर यादव, एसडीएम मनकापुर उमेशचन्द्र उपाध्याय, एसडीएम तरबगंज सौरभ भट््ट, डीएफओ टी0 रंगाराजू, सीएमओ डा0 संतोष श्रीवास्तव, पीडी डीआरडीए वीरपाल, जिला समाज कल्याण अधिकारी अंजनी वर्मा, बीएसए संतोष कुमार देव पाण्डेय, एलडीएम गोण्डा, जिला कृषि अधिकारी विनय सिंह, सभी तहसीलदारगण, ई-ड्रिस्ट्रिक्ट मैनेजर अमित गुप्ता, जनशिकायत लिपिक संजय श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।