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#रमजान की तैयारी, संभाली जिम्मेदारी
#Gondainfo: रमजान माह को लेकर बुधवार को हर कोई तैयारी में लगा रहा। कोई बाजार से इफ्तार का सामान खरीद रहा था तो कोई अन्य प्रबंध में लगा हुआ था। इन सबके बीच मस्जिदों की साफ सफाई का भी इंतजाम किया गया है। पालिका प्रशासन ने भी रमजान को लेकर आवश्यक व्यवस्था की है।
रमजान को रहमतों का महीना माना जाता है। इस माह में लोगों के कारोबार व नेक काम में बरकत होती है। इस माह रोजेदारों को अल्लाह की तरफ से तमाम बुराइयों से दूर रहकर इबादत, मदद व नेकियां करने की हिदायत दी गई है। वैसे रमजान को लेकर बुधवार को बाजार में काफी उत्साह दिखा। सहरी व इफ्तार में खाने पीने की वस्त़ुओं की बिक्री करने वाले दुकानदारों के यहां भीड़ रही। सबसे ज्यादा खरीदारी खजूर की रही। खजूर की कई वैरायटी बाजार में उपलब्ध थी। हर कोई अपनी पसंद के हिसाब से खजूर खरीदने में लगे रहे। साथ ही सेंवई व फलों की दुकानों पर भी भीड़ रही। हालांकि पालिका प्रशासन ने रमजान को लेकर साफ सफाई के साथ ही पेयजल आपूर्ति का प्रबंध किया है। इसको लेकर कर्मियों की टीम को लगाया गया है।
रसूल ने कहा मेरी बेटी फातिमा मेरे जिगर का टुकड़ा है: कल्वे जवाद- वजीरगंज: के सहिबापुर के मीरनपुरवा में मरहूम सिब्ते हसन की बरसी में आए शिया धर्मगुरु मौलाना सय्यद कल्बे जव्वाद ने मजलिस को खिताब करते हुए कहा कि कुरान में बेटी को बेटे से कहीं अधिक बड़ा दर्जा दिया गया है। रसूल की इकलौती बेटी फातिमा जेहरा की जीवनी को मजलिस में विस्तार से बताते हुए कहा @gondainfo
कि अल्लाह ने कुरान में बेटी का मर्तबा बेटे से ज्यादा बताया है। आखिरी रसूल ने फरमाया सबसे बेहतरीन औलाद बेटी है। इस्लाम के आने से पहले अरब में लड़कियों को अभिशाप समझा जाता था, बेटियों को मार दिया जाता था।@gondainfo ¨दा जलाया जाता था या ¨•दा दफन कर दिया जाता था। इस बुराई को खत्म करने के लिए अल्लाह ने अपने सबसे प्यारे नबी हजरत मुहम्मद मुस्तफा को बेटी अता की। रसूल ने कहा मेरी बेटी फातेमा मेरे जिगर का टुकड़ा है। जिसने फातेमा को तकलीफ दी उसने मुझे तकलीफ दी, मगर अ़फसोस जालिमों ने रसूल की लाडली बेटी पर बहुत ल्मो सितम किए और उनकी शहादत हो गई। नोहे अली हैदर व अब्बास ने पढ़ा, इस मौके पर हुजूर आलम, हैदर, जनन्न, मोहसिन रजा, साजन, बड़कऊ, मुबारक सहित अन्य मौजूद थे।