- जिला अस्पताल का नाम बाबू ईश्वर ईश्वर शरण अस्पताल गोंडा
- श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा के संस्थापक, साथ ही आजीवन सदस्य
- कुष्ठ सेवा केंद्र गोंडा के संस्थापक सदस्य
- नगर पालिका गोंडा के भूतपूर्व अध्यक्ष
- चार बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य
श्याम कुटीर राधाकुंड गोंडा को जनपद के स्वतंत्रता प्रेमियों की प्रेरणा स्थली कहें तो अतिशयोक्ति न होगी । आर्य समाज के प्रेरणा स्रोत बाबू श्यामा शरण जी जिला एटा जिसका पहले नाम पटियाली था से गोंडा आए थे। इनके परिवार के लोग गोंडा में जज आदि उच्च पदों पर थे । बाबू श्यामाचरण जी राजा मोती चंद के मुख्तार थे और राधा कुंड मोहल्ले में घर बनाकर रहने लगे थे जो श्याम कुटीर के नाम से प्रसिद्ध है।
5 अगस्त सन 1902 बाबू ईश्वर शरण जी का जन्म गोंडा में हुआ । 5 वर्ष की अवस्था में गोंडा में एक मौलवी साहेब से तत्पश्चात रामदास आर्य पाठशाला में प्राथमिक शिक्षा पाई । सन् 1915 गोंडा में तथा 1916 में राजकीय हाई स्कूल एटा में भर्ती हुए। सन 1919 में जलियांवाला बाग के संदर्भ में मीटिंग हुई किशोर ईश्वर शरण पर इसका भारी प्रभाव पड़ा। इन्हीं दिनों इन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। “पढ़ाई छोड़ो “ आंदोलन में महात्मा गांधी के आवाहन पर 1920 में पढ़ाई छोड़ दी और अथक परिश्रम से कांग्रेस संगठन में जुट गए।
26 जनवरी सन 1930 ईसवी को जनतंत्र दिवस मनाया गया । प्रेम पकड़िया गोंडा में तथा चौक बहराइच में जनतंत्र का प्रथम प्रस्ताव पढ़ने तथा उस पर गिरफ्तार होने का गौरव बाबू ईश्वर शरण और लाल बिहारी टंडन को प्राप्त हुआ । जनतंत्र दिवस मनाने के विरोध में गोंडा शहर में अनिश्चितकालीन समय के लिए धारा 144 लागू कर दी गई थी।
सन 1962 में बाबू ईश्वर शरण विधानसभा के सदस्य गोंडा से निर्वाचित हुए। सन 1967 में भी विधानसभा के सदस्य चुने गये । 1969 के मध्यावधि चुनाव में हार जाने के बाद आपने अपना सारा समय रचनात्मक कार्यों में खर्च किया । 70 वर्ष की जर्जर अवस्था में ईश्वर बाबू का आलस रहित जीवन गरीबों के लिए रात दिन अर्पित रहा ।
Social Life of Babu Ishwar Sharan
बाबू ईश्वर शरण जी के सार्वजनिक जीवन का परिचय निम्नलिखित तथ्यों से मिल सकता है –
- मिडिल स्कूल बेलसर , मिडिल स्कूल विद्यानगर , स्वतंत्र भारत इंटर कॉलेज तुलसीपुर , जनता हायर सेकेंडरी स्कूल कौड़िया के संस्थापक सदस्य
- श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज गोंडा के संस्थापक साथ ही आजीवन सदस्य
- कुष्ठ सेवा केंद्र गोंडा के संस्थापक सदस्य तथा उपाध्यक्ष
- भारत सेवक समाज गोंडा के आरंभ से ही अध्यक्ष
- गांधी जन्म शताब्दी समिति के महामंत्री
- आर्य समाज गोंडा के 1928 से 1930 तक प्रधान
- रामजानकी संस्कृत पाठशाला बड़गांव, गोंडा के भूतपूर्व अध्यक्ष
- सोशलिस्ट कांग्रेश के गोंडा, बहराइच, बस्ती जनपदों के ऑर्गेनाइजर
- मानस चतु शती समिति के उपाध्यक्ष तथा प्रदेश समिति के सदस्य
- सन 1938 से 1946 तक अखिल भारतीय कांग्रेस के सदस्य
- खादी ग्रामोद्योग विकास क्षेत्र गोंडा के अध्यक्ष
- भ्रष्टाचार निरोधक समिति के वर्षों तक अध्यक्ष
- नगर पालिका गोंडा के भूतपूर्व अध्यक्ष
- चार बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य
यद्यपि बाबू ईश्वर शरण जी का सर्वस्य जीवन गरीबों के जन कल्याण एवं मानव जाति की भलाई को समर्पित रहा जिससे उऋण होने का कोई भी रास्ता नहीं है । परंतु बाबू ईश्वर शरण जी के सामाजिक, राजनैतिक एवं जनकल्याण के लिए किए गए उनके कार्यों को अविस्मरणीय बनाने के लिए गोंडा के जिला अस्पताल का नाम बदल कर बाबू ईश्वर ईश्वर शरण अस्पताल गोंडा कर दिया गया, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
शत शत नमन !