चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान जयंती

चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान जयंती

24 मार्च 2018

👉 सम्राट अशोक महान की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश अवश्य होना चाहिए।

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—–हर भारतीय को शर्म आना चाहिए कि —

👉जिस महान राजा सम्राट अशोक का चक्र आप अपने राष्ट्रीय ध्वज में लगाते हो |
👉जिस राजा के चार सिंहों वाले अशोक स्तम्भ को आपने अपने देश का राष्ट्रीय चिह्न और राजमुद्रा माना हैं |
👉जिस राजा को दुनिया का सर्वोत्तम राजा माना जाता है |
👉जिस राजा के कारण भारत का नाम पूरी दुनिया में उज्जवल हुआ |
👉जिसके कारण सर्वोच्च मानवीय मूल्यों पर आधारित धर्म विश्वव्यापी हुआ |
👉जिस राजा के नाम पर भारत का सर्वोच्च वीरता पुरस्कार “अशोक चक्र” दिया जाता है |
👉जिस राजा ने दुनिया में पहली बार पशु -पक्षियों व अन्य प्राणियों के अस्पताल खुलवाए |
👉जिस राजा ने सर्वप्रथम गंगा स्वच्छता और पर्यावरण जागरूकता अभियान चलाया |
👉जिस राजा ने सर्वप्रथम सड़को पर फलदार वृक्ष लगवाने, कुओं व जलाशयों का निर्माण करवाने का अभियान चलाया |
👉जिस राजा ने दुनिया में सर्वप्रथम अकारण प्राणी हिंसा को बंद करवाया |
👉जिस राजा ने पराजितों से भी माफी मांगी और प्रजा को अपने बच्चों के समान माना |
👉जिस राजा ने दुनियां का पहला लोकहित कल्याणकारी संविधान चट्टानों पर खुदवाया |
👉जिस राजा को विश्व इतिहास में महान कहा गया |
👉जिस राजा के शिलालेख से गजतमे शब्द लेकर सर्वप्रथम हाथियों के संरक्षण हेतु परियोजना “गजतमे” की शुरूआत की गई |

👉जिस राजा ने सर्वप्रथम लोगो को —
सर्व लोकहित से बढ़कर दूसरा कोई कार्य नहीं |
राजनीतिक हिंसा धर्म विरूद्ध है |
जीओ और जीने दो |
जो हमेशा थके -थके रहते हैं वे उन्नति नहीं कर सकते | इसलिए चलना चाहिए, डोलना चाहिए, गतिशील होना चाहिए |
का पाठ पढाया |

👆अफसोस ! ऐसे महान राजा “चक्रवर्ती सम्राट अशोक महान (विश्व विजय के प्रतीक)” की जयन्ती भारत में नहीं मनायी जाती | क्यों ?
सम्राट अशोक महान जयंती “अशोकाष्टमी—
24 मार्च 2018